रविवार, 9 अगस्त 2020

प्रयास

करत करत प्रयास में,
हो गया सुबह का शाम।
जस का तस प्रॉब्लम रहा,
मिला न कोई समाधान।।

।।सुमन्त शेखर।।

बुधवार, 5 अगस्त 2020

राम

मानवता, सदभाव, दया का,
कलयुग में फैले धर्म पताका,
ईर्ष्या द्वेष घृणा लोभ का,
मनुज करे अब त्याग अहम का।

अरे राम राज की तुम करो कल्पना,
सभी मित्र है ना कोई शत्रु अपना,
क्यू आपस मे बैर है रखना,
प्रेम से सबलोग मिलजुल रहना।

समभाव से देखो ना कंग्रेस भाजपा,
अरे छोड़ दो झगड़ा राम है सबका।
-सुमन्त शेखर।।