मंगलवार, 1 अगस्त 2023

कौन हूँ मैं?

तलाश है मुझे खुद की,
खुद से ये पूछता हूँ मैं,
कौन हूँ मैं?
ढूंढता अपने आस्तित्व को,
आईने से पूछता,
कौन हूँ मैं?
आंखों में स्वप्न लिए,
भटकता मैं दर दर,
कौन हूँ मैं?
हर मोड़ पर ख्वाहिशें है मिटती,
दिल के समंदर में लहरे है उठती,
कौन हूँ मैं?
गौण हूँ मैं,
तसल्ली का तलबगार,
गुमनाम हूँ मैं।
--सुमन्त शेखर।