शुक्रवार, 27 जुलाई 2018

बरसात

गर्मी में पानी,
जब लाई है आंधी,
तब्दील हो गयी
नदी में नाली।

लगे समंदर
सा हर मंजर,
गली गली,
या शहर शहर।

मौसम ने बदला,
आज जो करवट,
गाड़ी में बैठ के,
बन जा केवट।

--सुमन्त शेखर।

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