मेरे ख्यालों के कुछ रंग मेरे भावो की अभिव्यक्ति है। जीवन में घटित होने वाली घटनायें कभी कभी प्रेरणा स्रोत का काम कर जाती है । यही प्रेरणा शब्दों के माध्यम से प्रस्फुटित होती है जिसे मैंने कविता के रूप सजाने का प्रयास किया है । आनंद लिजिये।
शुक्रवार, 27 जुलाई 2018
बरसात
गर्मी में पानी,
जब लाई है आंधी,
तब्दील हो गयी
नदी में नाली।
लगे समंदर
सा हर मंजर,
गली गली,
या शहर शहर।
मौसम ने बदला,
आज जो करवट,
गाड़ी में बैठ के,
बन जा केवट।
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