मेरे ख्यालों के कुछ रंग मेरे भावो की अभिव्यक्ति है। जीवन में घटित होने वाली घटनायें कभी कभी प्रेरणा स्रोत का काम कर जाती है । यही प्रेरणा शब्दों के माध्यम से प्रस्फुटित होती है जिसे मैंने कविता के रूप सजाने का प्रयास किया है । आनंद लिजिये।
सोमवार, 26 मार्च 2018
दीपक
दीपक हो,
जलना ही पड़ेगा,
अंधेरे से दो दो हाथ,
करना भी पड़ेगा,
डरो मत,
कि घना अंधकार है,
दीपक के जलते ही,
अंधकार को मिटना पड़ेगा।
--सुमन्त शेखर।
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