महाशिवरात्री
वर्ष में एक बार है आती
करो जो उपवास आज
बेलपत्र जल अर्पण के साथ
बरसेगी कृपा सभी पर साथ
करते रहो बस शिव का ध्यान
महादेव करें कल्याण
कही भोलेनाथ कहलाते है
कभी महाकाल बन जाते
पशुपतिनाथ सोमनाथ है
अमरनाथ है बैजनाथ है
जगतगुरु विश्वनाथ है
शीश पर चंद्र है जटा में गंगा का वास
बोलो हर हर शिव शम्भु नाथ
पंचाछरी जो शिव को लुभाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
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