आते जाते हम बस में अक्सर
खिड़की से बाहर तकते है
खिड़की से बाहर तकते है
खाने पीने के हर दुकानो को
यूँ ही रिकॉर्ड है रखते हम
कहा मिलेगा समोसा अच्छा
कहा मिलेगा लिट्टी चोखा
कहा मिलेगा रात का खाना
कहा पर हमको है भुख मिटाना
हर बात का लेखा रखते है हम
जब घर से बाहर रहते है हम |
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