सोमवार, 3 मार्च 2014

लौहनगरी टाटानगर

देश की पहली 
लौहनगरी 
मना रही है 
आज जयंती 

टाटा का ये शहर पुराना 
सज के बना बड़ा सुहाना 
दो नदियों का है यहाँ संगम
डिमना भी है बहुत मनोरम 

कारखानो से पटा नगर ये 
जुबली का है पार्क यहाँ 
साक्ची का है ग्राम निराला 
प्रायोजित है शहर घर सारा 

टाटा ने था सपना ये देखा 
इस्पात से है देश जोड़ना 
सपना ये साकार हुआ है 
सारी दुनिया में मान हुआ है 

टाटा ऐन संस का 
दुनिया में कारोबार हुआ है 
टाटा का ये सपना 
सच में आज साकार हुआ है 

जमशेद जी का जमशेदपुर
टाटा जी का ये टाटानगर 
आज भी सबको प्यारा है 
झारखण्ड का ये महानगर 

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