रविवार, 30 मार्च 2014

घर ऑफिस

रोज रात को देर से जाना 
सुबह ऑफिस में जल्दी आना 
घर में केवल सोना खाना 
छुट्टी में भी काम है करना 

यूँ तो हरदम बस में जाना 
पर देर रात में कैब बुलाना 
किराया कैब का नगद में देना 
कंपनी में फिर क्लेम है करना 

कभी कभी जब समय हो अच्छा 
ऑफिस देर से जाना जल्दी आना 
चाय कॉफी का चुस्की लेना 
घंटो तक वो गप्पें करना 

हर इशू पर है मीटिंग करना 
कोडिंग कम बात ज्यादा करना 
लंच ऑवर में बाहर खाना 
ट्रेंनिंग सेशन में नींद का आना 

हर ऑफिस का है यही तराना 
हर एम्प्लॉई का है अलग फ़साना 
कोई खुश है तो कोई दुखी बेचारा 
घर ऑफिस का ये चक्कर सारा 

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